क्या परिवार का कोई सदस्य डिप्रेशन से जूझ रहा है? उसे जरूर बताएं ये 5 बातें, तनाव दूर करने के लिए न करें ये गलतियां
बुरे वक्त में परिवार का सहयोग जरूरी है। ऐसी परिस्थितियों में उसे बोलने और सुनने का मौका दें।
किसी ऐसे व्यक्ति की मदद कैसे करें जो कठिन समय से गुज़र रहा हो, कई बार ऐसा होता है कि परिवार का कोई सदस्य मुश्किल वक्त से गुजरता है और परिवार के लोग चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर पाते। ऐसे में आमतौर पर हम या तो उसे ज्ञान देने लगते हैं या फिर तमाम तरह की सलाह। लेकिन आपको बता दें कि जब किसी व्यक्ति के अंदर नकारात्मकता आ जाती है और उसे ऐसा लगने लगता है कि सब कुछ खत्म हो गया है तो वह खुद को बेबस और लाचार समझने लगता है। तब ऐसी बातें उसे और भी ज्यादा परेशान करने लगती हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि ऐसे बुरे वक्त में आपको एक परिवार के तौर पर क्या कहना चाहिए। ये वाक्य ऐसे हैं जो किसी भी व्यक्ति को बेहतर महसूस कराने के लिए एकदम सही हैं।
बुरे हालात में बोलनी चाहिए ये 5 बातें-
यदि कोई व्यक्ति अपनी नौकरी के कारण परेशान है या अपनी नौकरी के कारण अवसाद से ग्रस्त है, तो हम उसे कह सकते हैं कि वह अपनी पसंद की नौकरी ढूंढे, भले ही उसमें अधिक वेतन न मिलता हो।
– किसी भी सफर को पूरा करने के लिए पहला कदम उठाना जरूरी होता है। इस तरह सपना और लक्ष्य दोनों ही हासिल होते हैं, जिसके बारे में आप भली-भांति जानते हैं और यह सब कर भी रहे हैं।
-तुम मुझे वह सब कुछ बता सकती हो जो तुम अपने मन में सोच रही हो, क्योंकि मैं सब कुछ सुनना चाहती हूँ और वह भी बिना तुम्हें जज किए।
– जिंदगी एक जैसी नहीं रहती, अगर कुछ बुरा हो रहा है तो यह हमें बहुत कुछ सीखने का मौका देता है, ऐसी बुरी परिस्थितियों के बाद कुछ बहुत अच्छा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
निराशा से ग्रस्त व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार न करें-
-उसे कभी यह न कहें कि, ‘मैंने तुमसे कहा था कि इस सब में मत पड़ो।’ ऐसा कहते ही वह बचाव की मुद्रा में आ जाता है और अपनी पूरी कहानी बताने में असहज महसूस करता है।
-अगर वह आपको अपनी समस्या बता रहा है तो उसे ठीक से सुनने के लिए समय निकालें और पूरी बात सुनें। आधी बात सुनने के बाद बुरा बर्ताव न करें।
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– उसके शब्दों की अपेक्षा उसकी भावनाओं पर अधिक ध्यान दें तथा ऐसी बातें कहने से बचें जो उसकी भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती हों।
उसे परिस्थिति से बाहर आने का समय दें और उसे अकेला न छोड़ें। साथ में कुछ क्वालिटी टाइम बिताएं ताकि वह बेहतर महसूस करे और अकेलेपन के चंगुल में न फंसे। इस तरह वह खुद को भावनात्मक संकट से बाहर निकाल पाएगा और फिर से आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाएगा।
टैग: जीवन शैली
पहले प्रकाशित : 31 मई, 2024, 19:22 IST
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